ट्यूब लौन्चिंग MK-I का बेसिक डाटा और विशेषता
grenade hamale se bachaw) is
पोस्ट मे हम ट्यूब लौन्चिंग MK-1(Tube launching MK-I ki basic data ) के बारे में जानकर शेयर करेंगे !
जैसे की हम जानते है की नॉ-36 हैण्ड ग्रेनेड को एक जवान 25 से 35 गज तक फेंक सकता है लेकिन इसमें 7 सेकंड वाला फ्यूज लगा के राइफल से फायर करके कम से कम 50 मीटर और ज्यादा से ज्याद 150 मीटर तक ग्रेनेड को दूर फेक क्र दुश्मन को बर्बाद किया जा सकता है जो की हम राइफल पे ट्यूब लौन्चिंग मार्क –I की मदद से और HD कार्ट्रिज के साथ फायर करके हासिल कर सकते है !इसीलिए ये जरुरी है की हर एक जवान को राइफल ग्रेनेड को फायर करना आना चाहिए !
ट्यूब लौन्चिंग मार्क –I की बनावट और बेसिक डाटा (Tube launching MK-I ke banawat aur basik data): ट्यूब लौन्चिंग मार्क –I की बनावट एक खोखली नाली की सकल में होती है ! जो की एक तरफ से खुली और दुसरे तरफ से बंद बंद होता है ! बंद वाले सिरे पर एक स्टड लगा होता है और इसमें चुडिया बनी होती है !
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इस स्टड के ज़रिये राइफल ग्रेनेड के बसे प्लग बने सुराख़ से फिट किया जाता है ! खुले वाले सुराख़ के ज़रिये ट्यूब को बंद बैरेल में बने हुए जगह पर चढ़ाया जाता है ! इस होल का रंग ओलिव ग्रीन रंग का होता है !ट्यूब लौन्चिंग की लम्बाई 15 सेंटीमीटर और वज़न 127 ग्राम होता है!
ट्यूब पे कुछ सुराख़ बने हुए होते है जिस में रेंज कण्ट्रोल पिन लगाया जाता है ! इससे ग्रेनेड को फिरे करने के लिए ग्रेनेड प् एक अर्मिंग रिंग लगाया जाता है जो लीवर को अपनी जगह से निकलने से रोकता है ! अर्मिंग रिंग का वज़न 33 ग्राम होता है !
जरुर पढ़े :ग्रेनेड के हमला से बचाव और ग्रेनेड फेकने का तरीका !
ट्यूब लौन्चिंग का विशेषताए(Tube launchin MK-I ki visheshtaye) : ट्यूब लौन्चिंग कुछ मुख्य बाते इस प्रकार से है !
इसके मदद से हम ग्रेनेड को दूर बैठे दुश्मन को भी निशाना बना सकते है !
इसके मदद से 50, 100 और 150 मीटर ता ग्रेनेड की फायर दल सकते है और दुश्मन को बर्बाद कर सकते है !
कुल दो रेंज कण्ट्रोल होल होता है दो रेंज कण्ट्रोल में पिन के साथ फायर करने पे 50 मीटर का रेंज हासिल होता है !
एक रेंज पिन को निकलने से 100 मीटर का रेंज हासिल होता है !
दोनों रेंज कण्ट्रोल पिन को निकल कर फिरे करने से 150 मीटर का रेंज हासिल होता है !
ट्यूब लौन्चिंग से फायर करते समय ग्रेनेड को तैयार करते समय ध्यान में रखने वाली बाते और प्रिमिंग तथा अन्प्रिमिंग : ग्रेनेड को फायर करने के लिए तैयार करने को प्राइमिंग कहा जाता है तथा नहीं फायर करना होतो उसे सिक्योर करके वापस बॉक्स में रखने को अन्प्रिमिंग कहते है !
प्राइमिंग(Rifle grenade ko priming karne ka tarika)
ग्रेनेड का निरिक्षण और सफाई के बाद अर्मिंग रिग को ग्रेनेड के बीचवाला कटव प् मिलाना चाहिए !
अर्मिंग रिंग चढाते समय ग्रेनेड को निचे से चढ़कर बिचवा कटाव पर मिलाना चाहिए !
अर्मिंग रिंग का कटाव लीवर के विपरीत होना चाहिए !
7 सेकंड वाला इग्निटर सेट को सेण्टर स्लीवे में दाखिल करके और बसे प्लग फिट को करना चाहिए
उसके बाद ग्रेनेड को ट्यूब लांच पर चढ़ाये !
अनप्रिमिंग(Rifle grenade ko unpriming karne ka tarika)
बेस प्लग को खोले और फ्यूज को अलग करें और बॉक्स में रखे
बसे प्लग को फिर से लगाये और की(Key) की मदद से टाइट करे
ग्रेनेड को फिर बॉक्स में बंद करे !